सावन में महादेव को खुश करने के कुछ अचूक उपाएं, और जाने शिव की पूजा की सही विधि।

 


सावन का पावन महीना 15 जुलाई से शुरु हो रहा है., 

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि इस महीने भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है,. तो चलिए ऐसे में आज हम आपको उन ज्योतिषीय उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे शिवजी की कृपा प्राप्त की जा सकती है.,

वैसे तो आप सभी लोग भगवान शिव की पूजा और सावन के महीने में सोमवार को व्रत करते होंगे किंतु भगवान शिव की पूजा एवं व्रत रखने का अलग अलग महत्व एवं अलग अलग तरीका होता है जिसे हमें करना चाहिए और सही तरीके से पूजा-पाठ और व्रत करने से ही हमारी मनोकामनाएं अच्छे से पूरी होती हैं तो चलिए आगे इसके बारे में जानते हैं।


हिंदू धर्म में सावन का महीना पवित्र माना जाता हैं ऐसे में यदि आप भी भगवान भोलेनाथ की पूजा एवं अर्चना करना चाहते हैं तो उसके कुछ उपाय हमने बताए हैं चलिए देखते हैं उन पाए के बारे में।

बता दें कि इस बार अधिक मास के कारण सावन पूरे दो महीने का होगा. जिसमें आठ सावन सोमवार होंगे. सावन में कुछ उपाय करके भगवान का शिव का आशीर्वाद पाया जा सकता है. आइए जानते हैं सावन में किए जाने वाले उन उपायों के बारे में... 

धतूरा और बेल पत्र 

भगवान शिव को धतूरा और बेलपत्र चढ़ाया जाता है यह बात हम सभी लोग जानते हैं पर क्या आपको पता है कि इससे फायदा क्या होता है तो चलिए आइए जानते हैं सावन के महीने में यदि कोई भक्त भगवान शिव को सच्चे दिल से धतूरा  एवं बेलपत्र चढ़ाता है तो भगवान शिव उसकी हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं और उसके घर में धन की कमी नहीं होती है।

5 सोमवार पशुपतिनाथ का व्रत

वैसे तो इस वर्ष सावन 8 सोमवार का होगा किंतु शिव पुराण के अनुसार जो कोई भी सावन के बाद सोमवार को पशुपतिनाथ भगवान का व्रत करता है उस व्यक्ति की हर मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है और पशु नाथ भगवान की कृपा उसके ऊपर बनी रहती है।


महामृत्युंजय मंत्र का जाप

महामृत्युंजय मंत्र तो हम सभी लोग जानते ही हैं जो कोई भी सावन के महीने में हर दिन भगवान शिव के नाम पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करता है तो शिव पुराण के अनुसार वह हर रोगो और दुखों से मुक्ति पा जाता है और साथ में ही उसके ऊपर कर्जा मुक्त हो जाता है।

शिवलिंग पर दूध

और टाइम मान्यता है यह भी है कि भगवान शिव के शिवलिंग पर जो कोई भी दूध से जल चढ़ाता है और उस दूध में अक्षत मिलाकर भगवान को समर्पित करता है तो उसके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है और उसके ऊपर तथा उसके पूरे परिवार के ऊपर महादेव की कृपा से किसी खतरे का डर नही रहता हैं।



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