बन गाया रोबोट मूवी के चिठ्ठी की तरह रोबोट?, मानवों के लिऐ बन सकता हैं खतरा । देखें पूरी खबर।

 आज के इस बदलती दुनियां के बारे में हम सभी जानते हैं, कैसे AI और रोबोट तेजी से आगे बढ़ते जा रहें हैं, और रोबोट और रोबोट 2.O फिल्म में तो हम सभी ने देखा ही हैं की भविष्य को किस अंदाज में दिखाया गाया हैं। लेकिन वह एक फिल्म था पर आज के जवाने को देख के लग राहा है कि ये सब सच हो सकता हैं। वैसे आपको क्या लगता हैं क्या रोवोट ओर AI मानव को नष्ट कर देगा?

हाबिल रोबोट 

इस रोबोट का नाम हैं हाबिल। जो कि ह्यूमनॉइड रोबोट है, और ये मानव के भावनाओं को समझने या पढ़ने के लिऐ बनाया गया है, ये रोबोट AI और it को मिलाकर बनाया गया हैं! अगर आप बात हाबिल से बात करने जायेंगे तो ये आपके भावनाओं को समझ सकता हैं, की आप खुश हैं या उदास, आपको कैसी बाते अच्छी लगती हैं कैसी बातें खराब ! वैसे तो इसे न्यूरोडेवलपमेंटल और न्यूरोडाइवर्जेंट विकारों से पीड़ित रोगियों से संबंधित एक व्यवहार्य तरीका देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।. हाबिल समझ सकता है रोगियों के भावना को और उपचार ढूंढ सकता हैं।


कुछ तस्वीरें एबेल को पीसा विश्वविद्यालय में एक प्रौद्योगिकीविद् और टीम लीडर लोरेंजो कोमिनेली के साथ बातचीत करते हुए दिखाती हैं।


इस रोबोट को बायोइंजीनियरों द्वारा बनाया गया था,

जो जीव विज्ञान और चिकित्सा में समस्याओं को हल करने के लिए इंजीनियरिंग को लागू करने वाले हैं। ये सारे वैज्ञानिक पीसा कॉलेज से हैं,और मानव भावनाओं को पढ़ने के लिए समर्पित संगठन, बायोमिमिक के एक एफएक्स कलाकार गुस्ताव हेगल। एबेल को ऐसे लोगों के लिए एक साथी के रूप में बनाया गया था जो ऑटिज़्म या बीमारी जैसे सामाजिक और संचार विकारों से पीड़ित हैं।


 हाबिल को एक आधुनिक नए तरह का सिर, हाथ, और 42 सर्वोमोटर्स और एक दृश्य-सामाजिक धारणा प्रणाली से लैस है, और अनुमान के मुताबिक इतना ही तकनीक की अवसक्ता होती हैं मानव चेहरे के भाव को पढ़ने के लिऐ।


अगर देखा जाए तो हाबिल से पहले भी कई ऐसे रोबोट हैं जो मानव के हाव भाव को समझ सकते हैं लेकिन हाविल पहला हाव भाव पढ़ने वाला सिर, हाथ, के साथ बना हैं। और एक दृश्य सामाजिक धारणा प्रणाली, जो मानवीय भावों की पहचान के लिए आवश्यक है।

इसे बनने वाली कम्पनी ने दावा किया की इस रोबोट को दुनियां भर में रोगियों से बात चीत करने के लिऐ बनाया जा रहा हैं। इन प्रतिक्रियाओं के माध्यम से, हाबिल का उद्देश्य अपने रोगियों के सहानुभूतिपूर्ण कौशल में सुधार करना है।


'पीसा विश्वविद्यालय के एनरिको पियाजियो रिसर्च सेंटर, ने ये बताया कि ह्यूमनॉइड रोबोट मानवीय भावों को समझ सकता है और कहा जाता है कि यह वर्तमान में उपयोग में आने वाले अन्य रोबोटों की तुलना में 60% अधिक सटीक है। मनोभ्रंश से पीड़ित रोगियों के इलाज के लिए भी रोबोट का व्यापक रूप से उपयोग किया जा सकता है।


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