अलफ्रेड फोर्ड फोर्ड कंपनी के संस्थापक हेनरी फोर्ड के पोते हैं और इस समय फोर्ड कंपनी के मालिक अलफ्रेड फोर्ड ही हैं।
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क्यों बदला नाम?
सन 1975 में अल्फ्रेड फोड़ न आचार्य श्रील प्रभुपाद से मिले उसके बाद से उन्होंने कृष्ण भगवान को मानना शुरू कर दिया और वह कृष्ण भक्त बन गए जिसके बाद उन्होंने सनातन धर्म को अपना लिया और अपना नाम अल्फ्रेड फोर्ड से अमरीश दास रख दिया हालांकि उनका नाम अल्फ्रेड फॉर्म भी रहेगा लेकिन उन्हें अमरीश दास के नाम से भी जाना जाता है, अब हर जगह उनका नाम अल्फ्रेड फोर्ड के साथ-साथ अमरीश दास भी लिखा जाता है। और वह आचार्य प्रभुपाद जी के साथ (ISKCON) International Society for Krishna Consciousness संगठन से जुड़ गए।
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ISKCON क्या हैं?
International Society for Krishna Consciousness जिसे बोलचाल की भाषा में हरे कृष्ण आंदोलन या हरे कृष्ण के रूप में जाना जाता है, एक गौड़ीय वैष्णव हिंदू धार्मिक संगठन है। 1966 में ISKCON की स्थापना ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा न्यूयॉर्क शहर में किया गया।इसकी मूल मान्यताएँ हिंदू शास्त्रों, विशेष रूप से भगवद गीता और भागवत पुराण पर आधारित हैं। ISKCON गौड़ीय वैष्णव परंपरा की "सबसे बड़ी और, यकीनन, सबसे महत्वपूर्ण शाखा" है, जिसके भारत में 16वीं शताब्दी के प्रारंभ से और अमेरिकी और यूरोपीय भक्त 1900 के प्रारंभ से हैं। इस्कॉन का गठन भक्ति योग, भगवान के प्रेम के अभ्यास के प्रसार के लिए किया गया था जिसमें शामिल लोग (भक्त) कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए अपने विचारों और कार्यों को समर्पित करते हैं, जिन्हें वे सर्वोच्च भगवान मानते हैं। सदस्यता में इसका सबसे तेजी से विस्तार भारत के भीतर और (सोवियत संघ के पतन के बाद) रूस और पूर्वी यूरोप के अन्य पूर्व सोवियत-गठबंधन वाले राज्यों में हुआ है।
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मन्दिर को दिए 200 करोड़ + दान।
पश्चिम बंगाल का नवदीप धाम चैतन्य महाप्रभु की जन्मस्थली है। इस्कॉन के संस्थापक आचार्य एसी भक्ति वेदांत श्रीप्रभु पाद की योजना थी कि वहां एक विशाल हिंदू मंदिर का निर्माण हो। इस क्रम में श्रीमायापुर चंद्रोदय मंदिर निर्माण की योजना बनी जिसमें 500 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष एलफ्रिड बुश फोर्ड ने निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपए दान में दिए हैं।
विश्व का सबसे बडा मन्दिर
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पश्चिम बंगाल के मायापुर में पूरे विश्व का सबसे बड़ा कृष्ण भगवान का मंदिर बनना तय हुआ है इसी मंदिर को 200 करोड़ से अधिक का दान किया था अमरीश दास ने बोले तो अलफ्रेड फोर्ड यह मंदिर देखने में बहुत भव्य और विशाल है इसकी सुंदरता ही दूर से ही दर्शको के मन को मोह लेती है।
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